
स्वच्छता ही सेवा: विधि मंत्रालय में रिकॉर्ड रूम की ऐतिहासिक सफाई, राष्ट्रीय स्तर पर अभियान
नई दिल्ली: विधि एवं न्याय मंत्रालय ने ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के अंतर्गत विधायी विभाग के रिकॉर्ड रूम में एक व्यापक स्वच्छता अभियान चलाया। इस पहल का उद्देश्य सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता को बढ़ावा देना और स्वच्छ भारत अभियान के लक्ष्यों को प्राप्त करने में योगदान देना है। यह अभियान Google Trends पर भी छाया रहा, जिससे इसकी राष्ट्रीय प्रासंगिकता का पता चलता है।
यह स्वच्छता अभियान विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह विधायी विभाग के रिकॉर्ड रूम पर केंद्रित था, जो महत्वपूर्ण दस्तावेजों और अभिलेखों का भंडार है। इन अभिलेखों का रखरखाव और संरक्षण अत्यंत आवश्यक है, और स्वच्छता की कमी से इनके खराब होने का खतरा बढ़ जाता है। मंत्रालय ने इस बात को समझा और एक व्यापक सफाई अभियान चलाने का निर्णय लिया।
इस अभियान में मंत्रालय के कर्मचारियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। उन्होंने रिकॉर्ड रूम की सफाई की, दस्तावेजों को व्यवस्थित किया, अनुपयोगी वस्तुओं को हटाया, और पूरे क्षेत्र को स्वच्छ और कीटाणुरहित किया। इस दौरान, कर्मचारियों ने स्वच्छता के महत्व पर भी जोर दिया और इसे अपनी दैनिक जीवनशैली का हिस्सा बनाने का संकल्प लिया।
अभियान की मुख्य बातें:
- रिकॉर्ड रूम की सफाई: अभियान का मुख्य फोकस विधायी विभाग के रिकॉर्ड रूम की सफाई पर था।
- दस्तावेजों का व्यवस्थित रखरखाव: दस्तावेजों को उचित रूप से वर्गीकृत और व्यवस्थित किया गया ताकि उन्हें आसानी से ढूंढा जा सके।
- अनुपयोगी वस्तुओं का निष्कासन: रिकॉर्ड रूम से अनुपयोगी और अनावश्यक वस्तुओं को हटाया गया, जिससे स्थान को अधिक स्वच्छ और व्यवस्थित बनाया जा सका।
- कीटाणुशोधन: पूरे रिकॉर्ड रूम को कीटाणुरहित किया गया ताकि संक्रमण और बीमारियों के प्रसार को रोका जा सके।
- कर्मचारियों की सक्रिय भागीदारी: मंत्रालय के कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक इस अभियान में भाग लिया, जिससे यह एक सफल पहल बन गई।
इस अवसर पर मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए स्वच्छता के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि स्वच्छता न केवल हमारे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह हमारे आसपास के वातावरण को भी स्वच्छ और स्वस्थ रखने में मदद करती है। उन्होंने सभी कर्मचारियों से अपने घरों, कार्यालयों और आसपास के क्षेत्रों में स्वच्छता बनाए रखने का आग्रह किया।
यह अभियान ‘स्वच्छ भारत’ के विजन को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के तहत, सरकार देश भर में विभिन्न स्वच्छता कार्यक्रम चला रही है ताकि लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा सके और उन्हें अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। इस तरह के अभियान से देश में स्वच्छता के स्तर में सुधार लाने और बीमारियों को कम करने में मदद मिलेगी।
इस अभियान की सफलता से प्रेरित होकर, विधि एवं न्याय मंत्रालय ने भविष्य में भी इस तरह के स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि वह अन्य सरकारी विभागों और संगठनों के साथ मिलकर स्वच्छता अभियानों को बढ़ावा देगा ताकि एक स्वच्छ और स्वस्थ भारत का निर्माण किया जा सके।
स्वच्छता ही सेवा सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी है जिसे हर नागरिक को निभाना चाहिए। आइए, हम सब मिलकर इस जिम्मेदारी को निभाएं और अपने देश को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने में योगदान करें।