
कोलकाता में बादल फटने से भारी तबाही, 11 की मौत
कोलकाता में 23 सितंबर को बादल फटने के कारण आई भीषण बाढ़ में कम से कम 11 लोगों की जान चली गई, जबकि 30 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। यह दुखद घटना ऐसे समय में हुई है, जब शहर दुर्गा पूजा के भव्य उत्सव की तैयारियों में जुटा हुआ था।
अधिकारियों के अनुसार, अचानक हुई इस आपदा ने शहर के कई हिस्सों में भारी तबाही मचाई है। निचले इलाकों में पानी भर गया है और कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बचाव और राहत कार्य तेजी से चल रहा है, लेकिन भारी बारिश और जलभराव के कारण मुश्किलें आ रही हैं।
मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए, मुख्यमंत्री ने पीड़ितों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने आपदा प्रबंधन टीमों को प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में और अधिक बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।
यह घटना जलवायु परिवर्तन के बढ़ते खतरों की ओर इशारा करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि अनियंत्रित विकास और पर्यावरण के विनाश के कारण इस तरह की प्राकृतिक आपदाएं बार-बार आ रही हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने पहले कभी ऐसी स्थिति नहीं देखी थी। अचानक हुई बारिश से चारों ओर अफरा-तफरी मच गई और लोगों को संभलने का मौका भी नहीं मिला।
दुर्गा पूजा की तैयारियों पर भी इस आपदा का गहरा असर पड़ा है। कई पंडाल क्षतिग्रस्त हो गए हैं और उत्सव की भावना फीकी पड़ गई है।
सरकार ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की है और घायलों के इलाज का पूरा खर्च वहन करने का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही, प्रभावित क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे को बहाल करने के लिए भी तत्काल कदम उठाए जा रहे हैं।
डिस्क्लेमर: यह समाचार सार्वजनिक स्रोतों पर आधारित है और आगे अपडेट किया जा सकता है।