
गाजा में इजरायल के हमले में 43 की मौत, 11 बच्चे शामिल
गाजा पट्टी में इजरायली सेना के हवाई हमलों में कम से कम 43 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई है। मरने वालों में 11 बच्चे भी शामिल हैं। यह हमला गाजा के एक रिहायशी इलाके में स्थित एक परिवार के घर पर किया गया, जिसके कारण भारी तबाही हुई है। इस घटना के बाद हजारों लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं।
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायली हवाई हमलों में कई लोग घायल भी हुए हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। मलबे से लोगों को निकालने का काम जारी है, और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
इजरायली सेना ने हमले की पुष्टि की है, लेकिन अभी तक हताहतों की संख्या पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। इजरायल का कहना है कि गाजा पट्टी से हमास द्वारा इजरायल पर रॉकेट दागे जाने के जवाब में यह कार्रवाई की गई है।
इस घटना की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़ी निंदा की जा रही है। संयुक्त राष्ट्र और कई मानवाधिकार संगठनों ने इजरायल से नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करने का आग्रह किया है।
अमेरिकी विदेश विभाग ने भी इस घटना पर चिंता व्यक्त की है और सभी पक्षों से तनाव कम करने और संयम बरतने का आह्वान किया है।
गाजा पट्टी में तनाव बढ़ता जा रहा है, और आगे और हिंसा होने की आशंका है। इजरायल और हमास के बीच संघर्ष का लंबा इतिहास रहा है, और दोनों पक्षों के बीच कई बार युद्ध हो चुके हैं।
इस नवीनतम घटना ने क्षेत्र में शांति स्थापित करने के प्रयासों को और जटिल बना दिया है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तत्काल हस्तक्षेप करने और इजरायल और हमास के बीच संघर्ष विराम कराने की मांग की जा रही है।
फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने इस हमले को ‘नरसंहार’ करार दिया है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इजरायल पर दबाव डालने का आग्रह किया है।
हमास ने इजरायल को चेतावनी दी है कि वह इस हमले का बदला लेगा। हमास ने इजरायल पर और रॉकेट दागने की धमकी दी है।
गाजा पट्टी में मानवीय स्थिति पहले से ही गंभीर है। इजरायल द्वारा गाजा पर लगाए गए नाकेबंदी के कारण वहां के लोगों को आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं तक पहुंचने में मुश्किल हो रही है।
इस हमले के बाद गाजा पट्टी में मानवीय संकट और गहरा गया है। हजारों लोग बेघर हो गए हैं और उन्हें भोजन, पानी और आश्रय की सख्त जरूरत है।
डिस्क्लेमर: यह समाचार सार्वजनिक स्रोतों पर आधारित है और आगे अपडेट किया जा सकता है।